चैतन्यमय जल के चमत्कार

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चैतन्यमय जल के चमत्कार

सामान्य जल को श्री माताजी के समक्ष रखकर चैतन्यमय करने से जल के bond angle ( H-O-H) में परिवर्तन हो जाता है।
सामान्य जल का bond angle (104.50) होता है और चैतन्यमय (Vibrated) जल का bond angle (108.450) हो जाता है।

इस कारण जल की atomic structure ( आणविक संरचना) में परिवर्तन , घुलनशीलता में वृद्धि, हो जाती है और इसके परिणाम स्वरुप जल की शुद्धता (purity) 10-70 % बढ़ जाती है!

और यही चैतन्यमय जल (vibrated water) जब हम सहज कृषि में प्रयोग करते है- तो उसकी गुणवत्ता (क्वालिटी/ quality )आश्चर्यजनक रूप से बढ़ जाती है।

और जब हम यही चैतन्यमय जल स्वयं रोज़ खाने- पीने में इस्तेमाल करते हैं तो खाने का स्वाद बढ़ जाता हे और वह व्यक्ति भी पूर्णरूप से संतुलित हो जाता है। इसी कारण हमारा शरीर धीरे – धीरे संतुलित एवं तंदुरुस्त हो जाता है, और हमारे चक्र, नाड़ी धीरे-धीरे संतुलित हो जाते हैं।

इसीलिए हमे जल , एवं प्रत्येक खाने वाली चीजों को चैतन्यित (vibrate) करके ही प्रयोग करना चाहिये।

Bond angle change in water molecule, research conducted by Dr. Ramesh Manocha

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